Mil Toh Sahi
HIMANSHU KOHLI, YUG BHUSAL
दबे दबे पाओं से
तू आके मिल तो सही
छुपी छुपी रातों में
तू आके मिल तो सही
खोयी खोयी राहों में
तू आके मिल तो सही
आधे आधे से हैं हम
तू आके मिल तो सही
दबे दबे पाओं से
तू आके मिल तो सही
आधे आधे से हैं हम
तू आके मिल तो सही
मेरे कांधे पे सर तेरा उलझी
हाथों में उँगलियाँ टूटी
बातों की खामोशियाँ
सांसें लम्हों में खोयी हैं
नीदें बाहों में सोयी हैं
दिल पे छायी है मधहोशिया
दबे दबे पाओं से
तू आके मिल तो सही
छुपी छुपी रातों में
तू आके मिल तो सही
खोयी खोयी राहों में
तू आके मिल तो सही
आधे आधे से हैं हम
तू आके मिल तो सही
दबे दबे पाओं से
तू आके मिल तो सही
आधे आधे से हैं हम
तू आके मिल तो सही