Pal Bhar
पल भर में छूट गया तू
पल भर में टूट गया मैं
मुझसे जो रुठ गया तू
खुद से ही रुठ गया मैं
पल भर में छूट गया तू
पल भर में ही टूट गया मैं
मुझसे जो रुठ गया तू
खुद से ही रुठ गया मैं
किस्मत को मोड़ दूँ
मैं कैसे पीछे छोड़ दूँ
तेरी यादें हैं दिल में बसी
इस दिल को कैसे तोड़ दूँ
किस्मत को मोड़ दूँ
मैं कैसे पीछे छोड़ दूँ
तेरी यादें हैं दिल में बसी
इस दिल को कैसे तोड़ दूँ
तो आज भी तेरा इंतज़ार है
पल भर तेरा नाम पुकारूँ
पल भर तुझे देखूँ निहारूँ
पल भर तेरे सीने से लगूँ हाए
पल भर तेरी पायल बदलूँ
पल भर तुझे गीत सुनाऊँ
पल भर तुझे छू कर देखूँ
वो पल अब है कहाँ
जब खुशनुमा था आसमा
जब ख्वाबों के रंगों से हम
रंग देते थे सारा जहां
वो पल अब है कहाँ
जब खुशनुमा था आसमा
पर बारिश बरसती आँखों से
अब मैं यहाँ और तू कहाँ
तो आज भी तेरा इंतज़ार है