Tinka
क़तरा क़तरा पी लूँ तुझे
खाली हूँ मैं भर जाउँ
लम्हा लम्हा जी लूँ तुझे
लम्हा लम्हा मर जाउँ
क़तरा क़तरा पी लूँ तुझे
खाली दिल में भर जाउँ
लम्हा लम्हा जी लूँ तुझे
सासों में उतर जाउँ
तू तू तू जो रूबरू मेरे
गम सारे पल भर में छू
मेरे हाथों में जो लकीरें हैं
इनमें लिखी जाना, तू मेरे
तिनका तिनका छू लूँ तुझे
और छूते ही बिखर जाउँ
साँस रखूं तेरी साँसों पर
हाथ रखूं तेरे बालों में
इश्क़ लिखूं तेरे काँधे पर
और होंठ रखू तेरे गालों पे
आज फक़त ये अफ़साने
ख्वाब से सच में बना लूँ मैं
तुझको रखूं फिर सीने में
और सीने में ही छुपा लूँ मैं
तू तू तू आए जो बाहों में
इक पल को जाने भी ना दूँ मैं
हाथों में जो लकीरें हैं
इनमें तुझी को बसा लूँ मैं
सारी उमर जो बिगड़ा हूँ
तेरे लिए ही सुधर जाउँ