Main Aur Tu
रात को सोना नहीं
बातें सुबह तक चले
क्या हो गया है मुझे
हम्म..
साथ तो खोना नहीं
मरजाउँगा मैं भले
दोस्तों को भी मैं टांग दूं
चाहे कहीं भी बुलाये मुझे
इतना बता दे जैसा मैं करूँ
फील होता है क्या वो तुझ
क्या लगता है तुझको के
दुनिया में है सिर्फ मैं और तू
मैं और तू
मैं जानू ना जानू ना
बिना तेरे क्या करूँ
ये बे रंग सी ज़िन्दगी है मेरी
रंग बोलो कैसे भरूं
क्यूँ मानु ना मानु ना
जियूँ के मैं या मरुँ
क्या हो गया है मुझे
हे ऐ
कैसे कैसे अब गुज़रता हूँ
रातें मैं याद करके तुझे
आजाये दिल को सुकून फिर से
आ आज भर ले बाँहों में मुझे
ओ इतना बता दे जैसा मैं करूँ
फील होता है क्या वो तुझे
क्या लगता है तुझको के
दुनिया में है सिर्फ मैं और तू..
ये ये मैं और तू
मैं और तू..
मैं और तू..
ये ये..
रात को सोना नहीं
बातें सुबह तक चले
क्या हो गया है मुझे
ओ इतना बता दे जैसा मैं करूँ
फील होता है क्या वो तुझे
क्या लगता है तुझको के
दुनिया में है सिर्फ मैं और तू
हे मैं और तू
मैं और तू
हे.. मैं और तू
मैं और तू
हे
हे ये
ओ ये