Payalay Chunmun Chunmun [Indie Trap]
ANU MALIK, JAVED AKHTAR, KEN GHOSH, SALIM SULAIMAN
पायली छुनमन छुनमन
झांझरी रुनझुन रुनझुन
कितना मधुर है ये मिलन
छन छनन चूड़ी बोले
सन सनन पुरवा डोले
गूंजे ये धरती और गगन
पायली छुन मन छुन मन
झांझरी रुनझुन रुनझुन
कितना मधुर है ये मिलन
आ आ आ आ आ आ आ
ओ बाके मोरे सैयां
पडू में तोहरी बाइयाँ
यह गोरी मोरी बाइयाँ तू थाम ले
हुई सावन मैली
रात रुक के भी ना ठहरी
कही वो धुप सुहनेरी
तेरे नाम की
बैठी में तारे गिन गिन
ढूंढे मेरी अखियां पलछिन
अपने मिलन की रात को
पायली छुन मन छुन मन
झांझरी रुनझुन रुनझुन
कितना मधुर है ये मिलन
सैयां सैयां सैयां सैयां (आ आ)