Tujhse Naraz Nahi
Gulzar
आ,आ,आ,आ,आ,आ,आ,आ,आ
जीने के लिए सोचा ही नहीं
दर्द संभालने होंगे
आ,आ,आ,आ,आ,आ,आ,आ,आ
जीने के लिए सोचा ही नहीं
दर्द संभालने होंगे
मुस्कुराये तो मुस्कुराने के
क़र्ज़ उतारने होंगे
हम्म मुस्कुराऊं कभी तो लगता है
जैसे होंठों पे क़र्ज़ रखा है
तुझसे नाराज़ नहीं ज़िन्दगी
हैरान हूँ मैं
हो हैरान हूँ मैं
तेरे मासूम सवालों से
परेशान हूँ मैं, हो ओ परेशान हूँ मैं (परेशान हूँ मैं)
ओ ओ ओ ओ ओ ओ
हम्म्म परेशान हूँ मैं
हम्म्म परेशान हूँ मैं
हम्म हम्म परेशान हूँ मैं