Phas Gaya
ओ ओ नेवेर माइंड
ना ना नेवेर माइंड
तक़ड़ीरे डोआती रफतार में
पारी पे वक़्त की क़तार में
हैरत की मंज़िल ये दिखलाती है
आपस में जब भी ये टकराती है
क्या तूने सोचा
था यूँ होगा हो गया
पिंजरे में यूँ
दाखिल तू होगा हो गया
फस गया फस गया
ओ ओ नेवेर माइंड
फस गया फस गया
ओ ओ नेवेर माइंड
कुच्छ हादसो की ये ज़ंझीर है
टुकड़ो में उन की तस्वीर है
क़ब्ज़े में जो आया वोही सही
ये तेरी बारी तितू ही सही
क्या तूने सोचा
था यूँ होगा हो गया
पिंजरे में यूँ दाखिल
तू होगा हो गया
फस फस गया फस गया
ओ ओ नेवेर माइंड
फस गया फस गया
ओ ओ नेवेर माइंड
चिट जैसे थामे कोई डोर
अंजाम खींचे अपनी और
छटपटा के तू रह जाएगा
इस रात का ना कोई भोर
लमहे यह दो धारी तलवार है
तुझे चियर ने को तयार है
क्या तूने सोचा
था यूँ होगा हो गया
पिंजरे में यूँ
दाखिल तू होगा हो गया
फस फस गया फस गया
ओ ओ नेवेर माइंड
फस गया फस गया
ओ ओ नेवेर माइंड
ओ ओ नेवेर माइंड
ओ ओ नेवेर माइंड
उ उ (नेवेर माइंड)