Rubaaiyaan
गुमनाम अंधेरों के साये
आवाज़ के राज़ छुपाये
उड़े अबर से जा टकराये
टुकड़े टुकड़े दोहराये
मेरे तिड़के दिल दी रुबाइयाँ
मेरे तिड़के दिल दी रुबाइयाँ
तेरे कानो में घुल सी जाये
मिश्री सी जुबान पे आये
तेरी सासों की धुन में समाये
टुकड़े टुकड़े दोहराये
मेरे तिड़के दिल दी रुबाइयाँ
मेरे तिड़के दिल दी रुबाइयाँ
किसी रागिनी मैं
ग़ज़ल की शकल मैं
आऊंगा में तुमसे मिलने हजूर
खाबों की बंदिश
की लाओ बुझा कर
दूंगा दखल बन यादों का नूर
कोमल सुरों सा हौले से आकर
चूमूंगा में तेरा तीखा गुरुर
शाखों की सुनी बाहें
यह शज़र यह सर्द हवाएं
तेरे अक्स के ज़ख्म सुलाएं
टुकड़े टुकड़े दोहराये
पपीहे की प्रेम निशानियां
पपीहे की प्रेम निशानियां
मेरे तिड़की दिल की रुबाइयाँ
मेरे तिड़की दिल की रुबाइयाँ
हा हा हा हा