Chale Jana Zara Thahro [Female]
Hasrat Jaipuri, Shankar-Jaikishan
चले जाना ज़रा ठहरो
किसी का दम निकलता है
यह मंजर देखकर जाना
चले जाना ज़रा ठहरो
किसी का दम निकलता है
यह मंजर देखकर जाना
चले जाना
हसीं झरनो के साये में
अकेला छोड़ जाते हो
हसीं झरनो के साये में
अकेला छोड़ जाते हो
हमारे दिल को आख़िर किस
लिए तुम तोड़ जाते हो
ज़रा दम लो कहा मानो
किसी का दम निकलता है
यह मंजर देखकर
जाना चले जाना
कसम खाती हूँ मै अपनी
तुम्हे अब ना सताऊँगी
कसम खाती हूँ मै अपनी
तुम्हे अब ना सताऊँगी
तुम्हारी बात जो भी हो
वही मैं मान जाऊँगी
भरी आँखें रुकि साँसे
किसी का दम निकलता है
यह मंजर देखकर
जाना चले जाना ज़रा ठहरो
किसी का दम निकलता है
यह मंजर देखकर
जाना चले जाना