Sab Janoon Re Tori Batiyan
MAJROOH SULTANPURI, NAGRATH RAJESH ROSHAN
सब जानू रे सब जानू रे
सब जानू रे तोरी बतिया
मत बोल बोले तोरी अँखिया
जा रे जा बेईमान
जा रे जा बेईमान
सब जानू रे तोरी बतिया
मत बोल बोले बोल तोरी अँखिया
जा रे जा बेईमान
जा रे जा बेईमान
आ आ आ आ
मैं अकेली सारी रैना
तेरे लिए मैं जगाती रही नैना
मैं अकेली सारी रैना
मुरझाई जैसे फूलवा की पतिया
मत बोल बोले तोरी अँखिया
जा रे जा बेईमान
जा रे जा बेईमान
छल किया रे तूने मुझसे
जो भी मेरा था लूटाया मैने तुझपे
मार गयी तेरी मीठी मीठी बतिया
जा रे जा बेईमान
जा रे जा