Silsila Ye Chahat Ka [Lofi Flip]
सिलसिला ये चाहत का ना मैने बुझने दिया हो हूँ
सिलसिला ये चाहत का ना मैने बुझने दिया पिया ये दिया
ना बुझा है ना बुझेगा मेरी चाहत का दिया(चाहत का दिया)
मेरे पिया अब आजा रे मेरे पिया
हो मेरे पिया अब आजा रे मेरे पिया
इस दिये के संग जल रहा है मेर रोम रोम रोम और जिया
अब आजा मेरे पिया ओ मेरे पिया
अब आजा रे मेरे पिया ओ मेरे पिया आ आ आ
फ़ासला था दूरी थी ई ई ई
फ़ासला था दूरी थी था जुदाई का आलम
इन्तज़ार में नज़रें थीं और
तुम वहाँ थे तुम वहाँ थे तुम वहाँ थे
झिलमिलाती जगमगाती खुशियों में झूम कर
और यहाँ जल रहे थे हम
और यहाँ जल रहे थे हम
फिर से बादल गरजा है गरज गरज के बरसा है
झूम के तूफ़ाँ आया है पर तुझको बुझा नहीं पाया है
ओ पिया ये दिया चाहें जितना सताये तुझे ये सावन
ये हवा और ये बिजलियाँ
मेरे पिया अब आजा रे मेरे पिया
हो मेरे पिया अब आजा रे मेरे पिया
इस दिये के संग जल रहा है मेर रोम रोम रोम और जिया
अब आजा मेरे पिया ओ मेरे पिया
अब आजा रे मेरे पिया ओ मेरे पिया आ आ आ