Mann Baavra
मन बावरा मन बावरा
माने न माने न
मेरी यादों की खुली
चादरें गठरी बांधे न
मेरी दलीलें क्यों न माने
उसको यहाँ कोई मानाने नहीं आएगा
कैसे सँभालु मन बावरा मन बावरा
माने न माने न
मेरी यादों की खुली चादरें
गठरी बांधे न
मेरी दलीलें क्यों न माने
उसको यहाँ कोई मानाने नहीं आएगा
कैसे संभालूं मन बावरा मन बावरा
माने न माने न
दिल का बक्सा है हुआ खाली खाली
इतने जातां से राखी ख्वाहिशें थी
फिर भी क्यों लगता है ये भरी भरी
ग़मों से पूरा है भरा
मन मेरा ऐसा है देखो भोला भाला
बैठा है खुद पे ही ये लगा के तला कहता है
न जाने कैसे खो गयी चाभियाँ
ख्वाब ने कर ली है बहाली
अब तो वह भी तेरे सिराने नहीं आएगा
कैसे सुला दूँ मन
बावरा मन बावरा माने न माने न
मेरी यादों की खुली
चादरें गठरी बांधे न
मेरी दलीलें क्यों न माने
उसको यहाँ कोई मानाने नहीं आएगा
कैसे सँभालु मन बावरा मन बावरा
माने न माने न
मेरी यादों की खुली चादरें
गठरी बांधे न
मन बावरा मन बावरा
माने न माने न
मेरी यादों की खुली
चादरें गठरी बांधे न
मन बावरा मन बावरा
माने न माने न
मेरी यादों की खुली
चादरें गठरी बांधे न