Zulfon Tale
Bappi Lahiri, Amit Khanna
ज़ुल्फोन तले जादू चले
चलता रहे आज दिल की मर्ज़ी यही
ज़ुल्फोन तले जादू चले
चलता रहे आज दिल की मर्ज़ी यही
तुम्हारे लिए मैने देखा इक सपना
डोर बादलो में हो छ्होटा सा घर अपना
तुम्हारे लिए मैने देखा इक सपना
डोर बादलो में हो छ्होटा सा घर अपना
जहाँ प्यार करते रहे दिन रात
दिल की तो मर्ज़ी यहीं
ज़ुल्फोन तले जादू चले
चलता रहे आज दिल की मर्ज़ी यही
बदली में चंदा च्छूपने लगा हैं
धड़कन का नगमा रुकने लगा हैं
बदली में चंदा च्छूपने लगा हैं
धड़कन का नगमा रुकने लगा हैं
पूरा मिलन हो जाए
दिल की तो मर्ज़ी यहीं
ज़ुल्फोन तले जादू चले
चलता रहे आज दिल की मर्ज़ी यही
ज़ुल्फोन तले जादू चले
चलता रहे आज दिल की मर्ज़ी यही