Kyun Kiya
शिकवा है यही तुझसे
तूने ऐसा क्यूँ किया
शिकवा है यही तुझसे तूने ऐसा क्यूँ किया
उसको ही मिटा डाला
तुझे जिसने था जिया
क्यूँ किया क्यूँ किया
तूने ऐसा क्यूँ किया
क्यूँ किया क्यूँ किया
तूने ऐसा क्यूँ किया
आँखों मे हवारी तुम
रख जग भर गये
होठो से जुदा सब
कह कह कर गये
खुद को भी आब हम
खुद पहचाने ना
क्या थे हम पहले और क्या तुम कर गये
क्यूँ किया क्यूँ किया
तूने ऐसा क्यूँ किया
इक तू ही इस जहाँ मैं
मेरा घम गुज़ारता
खुदसे भी कहीं जयदा
तुझपे ऐतबार था
शायद यही ख़ाता रही
तुझपे यकीन किया
आँखों मे हवारी तुम रख जग भर गये
होठो से जुदा सब
कह कह कर गये
खुद को भी आब हम
खुदपे पहचाने ना
क्या थे हम पहले
और क्या तुम कर गये
क्यूँ किया क्यूँ किया
तूने ऐसा क्यूँ किया
ऐसा क्या था जो मैं
ना कभी तुझको दे सका
वो ख्वाइशे थी क्या
जिन्हे पूरा ना कर सका
सीने मे ले के जा रहा हु
हूँ बस यही गीला
आँखों मे हवारी तुम
रख जग भर गये
होठो से जुदा सब
कह कह कर गये
खुद को भी आब हम खुद पहचाने ना
क्या थे हम पहले
और क्या तुम कर गये
क्यूँ किया क्यूँ किया
तूने ऐसा क्यूँ किया
क्यूँ किया क्यूँ किया
तूने ऐसा क्यूँ किया