Dost Ban Ban Ke
Saeed Rahi
दोस्त बन बन के मिले
मुझको मिटाने वाले
दोस्त बन बन के मिले
मुझको मिटाने वाले
मैंने देखे है कई रंग
बदलने वाले
दोस्त बन बन के मिले
मुझको मिटाने वाले
तुमने चुप रेह के
सितम और भी ढाया मुझ पर
तुमने चुप रेह के
सितम और भी ढाया मुझ पर
तुमसे अच्छे है
मेरे हाल पे हसने वाले
मैंने देखे है कई
रंग बदलने वाले
मैं तो इखलाक के हाथों ही
बिका करता हूँ
मैं तो इखलाक के हाथों ही
बिका करता हूँ
और होंगे तेरे बाजार में
बिकने वाले
मैंने देखे है कई
रंग बदलने वाले
आखरी बार सलाम ए दिले
मुश्तर ले लो
फिर ना लौटेंगे
शब ए हिजर पे रोने वाले
दोस्त बन बन के मिले
मुझको मिटाने वाले
मैंने देखे है कई
रंग बदलने वाले.