Unki Ankhon Se Masti
लोग सदा शराब पीते है
हम मिलकर गुलाब पीते है
उनकी नज़ारे ये कहती फिरती है
लोग ना हक़ शराब पीते है
उनकी आँखों से मस्ती बरसती रहे
उनकी आँखों से मस्ती बरसती रहे
होश उड़ते रहे डोर चलता रहे
होश उड़ते रहे डोर चलता रहे
सारा मैखना यूँ ही च्चालकता रहे
सारा मैखना यूँ ही च्चालकता रहे
रींद् पीते रहे शैख़ जलता रहे
रींद् पीते रहे शैख़ जलता रहे
तुम मेरे सामने आओ तो इश्स तरह
तुम रहो पर्दे में मुझको दीदार हो
तुम मेरे सामने आओ तो इश्स तरह
तुम रहो पर्दे में मुझको दीदार हो
यूँ ही बंथन के चिलमन में बैठे रहो
यूँ ही बंथन के चिलमन में बैठे रहो
हुस्न च्चन च्चन के बाहर निकलता रहे
हुस्न च्चन च्चन के बाहर निकलता रहे
उनकी आँखों से मस्ती बरसती रहे
होश उड़ते रहे डोर चलता रहे
ज़िंदगी है हुमारी तुम्हारा करम
तुम रहो मेहरबान तो नही कोई घाम
ज़िंदगी है हुमारी तुम्हारा करम
तुम रहो मेहरबान तो नही कोई घाम
हुंसे ना बदलो तुम से बदले ना हम
हुंसे ना बदलो तुम से बदले ना हम
रोज़ चाहें ज़माना बदलता रहे
रोज़ चाहें ज़माना बदलता रहे
उनकी आँखों से मस्ती बरसती रहे
होश उड़ते रहे डोर चलता रहे
बाद मुद्दत के उठी है काली घटा
मैखहषो को पीला और पाीहूम पीला
बाद मुद्दत के उठी है काली घटा
मैखहषो को पीला और पाीहूम पीला
मैकड़ा तेरा साक़ि सलामत रहे
मैकड़ा तेरा साक़ि सलामत रहे
आज तो जाम पर जाम चलता रहे
आज तो जाम पर जाम चलता रहे
सारा मैखना यूँ ही च्चालकता रहे
सारा मैखना यूँ ही च्चालकता रहे
रींद् पीते रहे शैख़ जलता रहे
रींद् पीते रहे शैख़ जलता रहे
उनकी आँखों से मस्ती बरसती रहे
होश उड़ते रहे डोर चलता रहे
होश उड़ते रहे डोर चलता रहे