Shabab Par Hai Jawani
ये बेजान चीज़ों की फीकी नुमाइश,
ये गुंचे, ये कलियाँ, ये तारें हटा दो
जहाँ से गुज़रना हैं उस माज़बी को
वाहा मेरे सिने की धड़कन बिच्छा दो
शबाब पर हैं जवानी नज़र लगे ना कहीं
शबाब पर हैं जवानी नज़र लगे ना कहीं
बने ना कोई कहानी नज़र लगे ना कहीं
शबाब पर हैं जवानी नज़र लगे ना कहीं
नज़र ठहरती नहीं वो शबाब पाया हैं
नज़र ठहरती नहीं वो शबाब पाया हैं
नज़र ठहरती नहीं वो शबाब पाया हैं
बहार भारती हैं पानी नज़र लगे ना कहीं
बहार भारती हैं पानी नज़र लगे ना कहीं
बने ना कोई कहानी नज़र लगे ना कहीं
शबाब पर है जवानी नज़र लगे ना कहीं
अंधेरी रात मैं राहो पे यूँ ना निकाला कर
अंधेरी रात मैं राहो पे यूँ ना निकाला कर
अंधेरी रात मैं राहो पे यूँ ना निकाला कर
अंधेरी रात मैं राहो पे यूँ ना निकाला कर
तू चाँदनी की हैं रानी नज़र लगे ना कहीं
तू चाँदनी की हैं रानी नज़र लगे ना कहीं
बने ना कोई कहानी नज़र लगे ना कहीं
शबाब पर है जवानी नज़र लगे ना कहीं
धनक सितारे घटा रोशनी सबा खुश्बू
धनक सितारे घटा रोशनी सबा खुश्बू
धनक सितारे घटा रोशनी सबा खुश्बू
यह सब तेरी निशानी नज़र लगे ना कहीं
यह सब तेरी निशानी नज़र लगे ना कहीं
बने ना कोई कहानी नज़र लगे ना कहीं
शबाब पर हैं जवानी नज़र लगे ना कहीं
बने ना कोई कहानी नज़र लगे ना कहीं
शबाब पर हैं जवानी नज़र लगे ना कहीं