Dooriyan
Amit Bhadana
घूम सदा दिल की ज़ुबान
है तन्हा तन्हा तेरे बिना
क्यू हर जगह एब्ब तू डीखेय
मेरा कुछ है क्या तेरे सिवा
दूरियाँ यह दूरियाँ
क्यूँ हैं यह मजबूरियाँ
जो है जुड़ा हमसे इश्स त्राह
हो जैसे भीड़ में तनहाईयाँ
दूरियाँ यह दूरियाँ
क्यूँ हैं यह मजबूरियाँ
जो है जुड़ा हमसे इश्स त्राह
हो जैसे भीड़ में तनहाईयाँ
बेख़बर है जहाँ, बेख़बर है ज़िंदगी
ना सुकून है मुझे छाई है आवारगी
एक बार मेरे पास आ
कहती है मेरी वफ़ा
दूरियाँ यह दूरियाँ
क्यूँ हैं यह मजबूरियाँ
जो है जुड़ा हमसे इश्स त्राह
हो जैसे भीड़ में तनहाईयाँ
दूरियाँ यह दूरियाँ
क्यूँ हैं यह मजबूरियाँ
जो है जुड़ा हमसे इश्स त्राह
हो जैसे भीड़ में तनहाईयाँ