Chaand
चाँद बैठा हुआ है मेरे सामने
चाँद बैठा हुआ है मेरे सामने
मेरे घर में हुयी चांदनी रात है
चाँद बैठा हुआ है मेरे सामने
मेरे घर में हुयी चांदनी रात है
तेरा चेहरा तेरा चेहरा
तेरा चेहरा इबादत है एक प्यार की
रब के हाथों लिखी तू कोई बात है
चाँद बैठा हुआ है मेरे सामने
मेरे घर में हुयी चांदनी रात है
तुमको लगता है तुम हो संवरते मगर
आइना हैं संवरता तुम्हें देख कर
तुमको लगता है तुम हो संवरते मगर
आइना हैं संवरता तुम्हें देख कर
चलते फिरते चलते फिरते
चलते फिरते यूंही तुम नहीं मिल गये
सौ जनम की दुआओं की सौगात है
चाँद बैठा हुआ है मेरे सामने
मेरे घर में हुयी चांदनी रात है
देखता हूँ मैं जब आसमान की तरफ
वो रक़ीबों के जैसे हैं तकता मुझे
देखता हूँ मैं जब आसमान की तरफ
वो रक़ीबों के जैसे हैं तकता मुझे
लाख बातें लाख बातें
लाख बातें हो अच्छी कनहिया में पर
राधा रानी में भी तो कोई बात है
चाँद बैठा हुआ है मेरे सामने
मेरे घर में हुयी चांदनी रात है
चाँद बैठा हुआ है मेरे सामने
मेरे घर में हुयी चांदनी रात है