Tinak Tinak
साँस की हर लौ सी तेरी
रोशन मैं आंगन करूँ
साँस की हर लौ सी तेरी
रोशन मैं आंगन करूँ
तारा बन धरती पे चमके
तिनक तिनक श्रिंगार करूँ
वीर सिंदूरी माथे रचूं
तिनक तिनक श्रिंगार करूँ
वीर सिंदूरी माथे रचूं
हम्म…
बाती जीवन की बुझ ना जाये
मेरे आँचल से दूर ना जाये
बाती जीवन की बुझ ना जाये
मेरे आँचल से दूर ना जाये
नटखट नटखट तेरी पाओं की करवट से
तेरी साँसोों को मुख्य आज सुनू
तेरे होने की में सासों को
मुट्ठि मैं अपनि केद करुँ
साँसो की हर लोह से तेरी
वीर सिंदूरी माथे रचूं
तिनक तिनक श्रिंगार करूँ
वीर सिंदूरी माथे रचूं
दरपन में है तेरी जीवन की बाती
जल बुझ जल बुझ यादे तेरी सताती
दरपन में है तेरी जीवन की बाती
जल बुझ जल बुझ यादे तेरी सताती
बंद रखु तुजे इन्न पल्कों पे
मैं ना तुझे जाने दू
साँस की हर लौ सी तेरी
वीर सिंदूरी माथे रचूं
तिनक तिनक श्रिंगार करूँ
वीर सिंदूरी माथे