Ve Maahi
Sumit Goswami
अभी अभी तो आए हो
अभी अभी तो
अभी अभी तो आए हो
बहार बनके छाए हो
हवा ज़रा मेहेक तो ले
नज़र ज़रा बेहेक तो ले
ये शाम ढल तो ले ज़रा
ये शाम ढल तो ले ज़रा
ये दिल संभल तो ले ज़रा
मैं थोड़ी देर जी तो लूँ
नशे के घूंट पी तो लूँ
नशे के घूंट पी तो लूँ