Mannat
तू मिल गया, अब खोना नि में
किसी और का, अब होना नि में
तेरी बातों में, खोया रहु
में क्यू उलझा राहु बेवजह
ऐसा हुआ है जो पहले कभी ना हुआ
तू मन्नत से जो मिला
क़िस्मत ने जो दिया
तोहफा है यार तू
वो ऊऊऊ
तू मेरे हासणे की वजह
मेरे सपनो का जहाँ
हर मौसम यार तू
वो ऊऊऊ
में तां रातां सारी जागके
दुनिया नू च्छाड़के
गल्लां करा
गल्लां करा तेरे नाल
दिल नू होया ना यकीन
के हाथ मेरा फड़के
छल्लेया तू
छल्लेया तू मेरे नाल
तू मिल गया, अब खोना निमें
टक्कदा रहवा, अब सोना नि में
तेरी बातों में, खोई राहु
में क्यू उलझी राहु बेवजह
ऐसा हुआ है जो पहले कभी ना हुआ
तू तू तू तू
तू मन्नत से जो मिला
किस्मत ने जो दिया
तोहफा है यार तू
वो ऊऊऊ
तू मेरे हासणे की वजह
मेरे सपनो का जहाँ
हर मौसम यार तू
वो ऊऊऊ