Baarish Lete Aana 2.0
चिठियाँ तू चिठियाँ लिखिया
गल्लां जो मिठियां लिखिया
रखियाँ मैं सजना साम्भ के
तुझसे ही जीना सिख्या
यादां तू जिनियाँ दित्तियां
रखियाँ मैं सजना साम्भ के
आती हो तो बारिश लेते आना
जी भर के रोने का दिल करता है
रेहती है ये ख्वाहिश होठों पर ही
जब भी ये दिल मेरा जो भरता है
कुछ ख्वाब है लिखे खतों में तुमको सौप दूं
उस दर्द की जमीन पे मैं खुद को रूप दूं
हो हो हो हो हो
हो हो हो हो हो
चिठियाँ तू चिठियाँ लिखिया
गल्लां जो मिठियां लिखिया
रखियाँ मैं सजना साम्भ के
तुझसे ही जीना सिख्या
यादां तू जिनियाँ दित्तियां
रखियाँ मैं सजना साम्भ के
वक़्त की थी हमसे कुछ नाराज़गी
केह ना सके हम वो बातें आज भी
जिनके लिए हम तुम हो गये जुदा
फिर भी वो लम्हे तुम लेते आना
आधे अधूरे से जो छूटे थे
तारे भी वो सारे लेते आना
जो हमने देखा था की टूटे थे
कुछ चल रहा है साथ साथ
और है कुछ थमा
गम बेह रहा है आस पास
और है कुछ जमा
हो हो हो हो हो
हो हो हो हो हो
चिठियाँ तू चिठियाँ लिखिया
गल्लां जो मिठियां लिखियाँ
रखियाँ मैं सजना साम्भ के
तुझसे ही जीना सिख्या
यादां तू जिनियाँ दित्तियां
रखियाँ मैं सजना साम्भ के
हो हो हो हो हो