Tadap Tadap Uthe Jiya
Neeraj, S N tripathi
आ आ आ आ आ आ
तड़प तड़प उठे जिया
पुकारे मन पिया पिया
मगर पिया न तुम मिले
मगर पिया न तुम मिले
तड़प तड़प उठे जिया
पुकारे मन पिया पिया
हसी गयी ख़ुशी गयी
गुलाल सब चितर गया
ये रूप सब उतर गया
के रंग सब बिखर गया
रचे न महंदी हाथ में
साजे न कजरा आँख में
कफ़न सभी पे दाल तू
किदर गया किदर गया
औ औ औ औ औ
तड़प तड़प उठे जिया
पुकारे मन पिया पिया
न तुम मिले के भगती
रही उम्र कड़ी कड़ी
हुइके साथ हथकडी
बनी के आँख फुलझडी
के नींद आयी न रात में
न चैन आया फयस में
जो आई तो आई तेरी
याद ही घडी घडी
औ औ औ औ औ
तड़प तड़प उठे जिया
पुकारे मन पिया पिया