Mere Mehboob Tujhe Pyar Karoon
Azmi Kaifi, Ghulam Mohammed
मेरे महबूब तुझे प्यार करूं या न करूं
प्यार हो जाये तो इकरार करूं या न करूं
मेरे महबूब तुझे प्यार करूं या न करूं
मैं हु तस्वीरे फ़िज़ा तू है बहारों की बहार
मैं हु तस्वीरे फ़िज़ा तू है बहारों की बहार
बस यही इसके सिवा सारे ही रिश्ते बेकार
ऐसे रिश्ते का भी इज़हार करूं या न करूं
मेरे महबूब तुझे प्यार करूं या न करूं
चैन लेने नहीं देता दिले नाकाम मुझे
आ आ आ आ आ आ
चैन लेने नहीं देता दिले नाकाम मुझे
देगा काहे को वफ़ा का कोई नाम मुझे
किसी इनामो में इकरार करूं या न करूं
मेरे महबूब तुझे प्यार करूं या न करूं
कुछ न कहने पे भी हर बात कहा करता है
कुछ न कहने पे भी हर बात कहा करता है
है के तू दिल के भी नजदीक रहा करता है
दूर से भी तेरा दीदार करूं या न करूं
मेरे महबूब तुझे प्यार करूं या न करूं