Insaaf Tera Dekha
चश्मे बद्दूर
इंसाफ़ तेरा देखा ए साक़ी-ए-मयखना
इंसाफ़ तेरा देखा ए साक़ी-ए-मयखना
हम बैठे रहे प्यासे छलका किया
छलका किया पैमाना, छलका किया पैमाना
हम बैठे रहे प्यासे छलका किया पैमाना
हम ताज़किरा करते थे दुनिया की जफाओ का
हम ताज़किरा करते थे दुनिया की जफाओ का
क्यूँ तुमने नज़र बदली क्यूँ कह दिया दीवाना
क्यूँ तुमने नज़र बदली क्यूँ कह दिया दीवाना
इंसाफ़ तेरा देखा ए साक़ी-ए-मयखना
हम बैठे रहे प्यासे छलका किया पैमाना
आ आ आ आ आ आ
खुद ओढ़ लिया हमने इल्ज़ाम मोहब्बत का
हाँ, खुद ओढ़ लिया हमने इल्ज़ाम मोहब्बत का
देखा ना गया हमसे उन आँखो का शरमाना
देखा ना गया हमसे उन आँखो का शरमाना
इंसाफ़ तेरा देखा ए साक़ी-ए-मयखना
हम बैठे रहे प्यासे छलका किया पैमाना
आ आ आ आ आ आ
काफ़ी है तारूफ़ ये ए शम्म-ए-सर-ए-महफ़िल
काफ़ी है तारूफ़ ये ए शम्म-ए-सर-ए-महफ़िल
है काम मेरा जलना और नाम है परवाना
है काम मेरा जलना और नाम है परवाना
इंसाफ़ तेरा देखा ए साक़ी-ए-मयखना
हम बैठे रहे प्यासे छलका किया
छलका किया पैमाना, छलका किया पैमाना
हम बैठे रहे प्यासे छलका किया पैमाना