Chura Le Na Tumko Ye Mausam Suhana
Roshan, Sahir Ludhianvi
चुरा ले ना तुमको ये मौसम सुहाना
खुली वादियों में अकेली ना जाना
लुभाता है मुझको ये मौसम सुहाना
मैं जाऊँगी तुम मेरे पीछे ना आना
लिपट जाएगा कोई बेबाक झोंका
जवानी की रौ में ना आँचल उड़ाना
ओ मेरे वास्ते तुम परेशाँ ना होना
मुझे खूब आता है दामन बचाना
मुझे खूब आता है दामन बचाना
मैं जाऊँगी, तुम मेरे पीछे ना आना
चुरा ले ना तुमको ये मौसम सुहाना
खुली वादियों में अकेली ना जाना
घटा भी कभी चूम लेती है चेहरा
समझ सोचकर रुख़ से ज़ुल्फ़ें हटाना
हो घटा मेरे नज़दीक आकर तो देखे
इन आँखों ने सीखा है बिजली गिराना
इन आँखों ने सीखा है बिजली गिराना
मैं जाऊँगी तुम मेरे पीछे ना आना
चुरा ले ना तुमको ये मौसम सुहाना
खुली वादियों में अकेली ना जाना
मैं जाऊँगी तुम मेरे पीछे ना आना
खुली वादियों में अकेली ना जाना