Khoya Khoya Chand
S. D. Burman, Shailendra, Rahul Jain
मस्ती भरी हवा जो चली
मस्ती भरी हवा जो चली
खिल खिल गयी ये दिल की कली
मन की गली में है खलबली
कि उनको तो बुलाओ
वो हो खोया खोया चाँद खुला आसमान
आँखों में सारी रात जायेगी
तुम को भी कैसे नींद आयेगी
हो खोया खोया चाँद
You the sky you the moon you the hope to my life
You are the one only one whom i desire
You are my desire you are my desire
तारे चले, नज़ारे चले
तारे चले, नज़ारे चले
संग-संग मेरे वो सारे चले
चारों तरफ़ इशारे चले
किसी के तो हो जाओ
ओ, हो
खोया-खोया चांद, खुला आसमां
आँखों में सारी रात जाएगी
तुमको भी कैसे नींद आएगी (ओ, हो)
खोया-खोया चांद खुला आसमां
आँखों में सारी रात जाएगी
तुमको भी कैसे नींद आएगी (ओ, हो)
खोया-खोया चांद