Mohabbat Ho Na Jaye
SHRAWAN RATHOD, NADEEM SAIFI, PANDY SAMEER, Nadeem-Shravan, Sameer
मेरी है यह मुश्किल
अब तो यह मेरा दिल
बस में हुज़ूर नहीं है
इतना बता दे मुझे
कैसे समजाऊँ तुझे
मेरा यह कसूर नहीं है
चाहे हम चाहें भी तो
पहरे लगाए भी तो
कैसे दिन रात को रोके
आग बिना यह जले
ज़ोर न कोई चले
कैसे जज़्बात को रोके
यु चाहत हो न जाए
मोहब्बत हो न जाए
सँभालु कैसे इसको मुझे तू बता
मोहब्बत हो न जाए दीवाना खो न जाए
सँभालु कैसे इसको मुझे तू बता
भीगी भीगी अलको से
चोरी चोरी पलकों से
क्यों मेरा सपना चुराये
झुकी झुकी अंखियों से
धीरी धीरी बतियों से
क्यों मुझे अपना बनाये
मेरी नज़रों पे छाये
खुशबू के जैसे आये
मेरा तन मन्न महकाये
सासो में यह पल पल
जाने कैसे हलचल
कुछ भी समझ में न आये
शरारत हो न जाए
मोहब्बत हो न जाए
सँभालु कैसे इसको मुझे तू बता
मोहब्बत हो न जाए
शरारत हो न जाए
सँभालु कैसे इसको मुझे तू बता
देखा जो तुम को यह दिल को क्या हुआ है
मेरी धड़कनों पे यह छाया क्या नशा है हाँ