Jane Woh Kaise Log The
SACHIN DEV BURMAN, SAHIR LUDHIANVI, S D Burman
दे दे दा आ आ र रे रा रे न न
खुशियों की मंज़िल ढूँढी तो
ग़म की गर्द मिली
खुशियों की मंज़िल ढूँढी तो
ग़म की गर्द मिली
चाहत के नग़मे चाहे तो
आँहें सर्द मिली
दिल के बोझ को धुँधला कर गया
जो ग़मखार मिला
हमने तो जब कलियाँ माँगी
काँटों का हार मिला
जाने वो कैसे लोग थे जिनके
प्यार को प्यार मिला
जाने वो कैसे लोग थे जिनके
प्यार को प्यार मिला
इसको ही जीना कहते हैं
तो यूँही जी लेंगे
इसको ही जीना कहते हैं
तो यूँही जी लेंगे
उफ़ न करेंगे लब सी लेंगे
आँसू पी लेंगे
ग़म से अब घबराना कैसा
ग़म सौ बार मिला
हमने तो जब कलियाँ माँगी
काँटों का हार मिला
जाने वो कैसे लोग थे जिनके
प्यार को प्यार मिला
जाने वो कैसे लोग थे जिनके
प्यार को प्यार मिला