Laut Gai Papan Andhiyari
लौट गयी लौट गयी
पापन अंधियारी
शीतल चन्द्रिका आयी है
लौट गयी लौट गयी
पापन अंधियारी
शीतल चन्द्रिका आयी है
और चाँद की थाली में रख कर
और चाँद की थाली में रख कर
आशा के मोती लायी है
लौट गयी लौट गयी
पापन अंधियारी
शीतल चन्द्रिका आयी है
जिस आँख में रोते थे आंसू
जिस आँख में रोते थे आंसू
जिस आँख में रोते थे आंसू
उस आँख में साजन हस्ते है
उस आँख में साजन हस्ते है
जो रेन सुखो की बैरण थी थी थी थी
वो रेन ही अब सुख दाई है
लौट गयी लौट गयी
पापन अंधियारी
शीतल चन्द्रिका आयी है
लौट गयी लौट गयी
पापन अंधियारी
शीतल चन्द्रिका आयी है
जिस आँख में रोते थे आंसू
जिस आँख में रोते थे आंसू
जिस आँख में रोते थे आंसू
उस आँख में साजन हस्ते है
उस आँख में साजन हस्ते है
जो रेन सुखो की बैरण थी थी थी थी
वो रेन ही अब सुख दाई है
लौट गयी लौट गयी