Dharti Hamari
Sabir Zafar
धरती हमारी हैं
आसमान हमारा हैं
रस्ता यहीं मंज़िल यहीं
धूप मैं साया हैं
हो हो हो आँखों पे छाया हैं
धरती हमारी हैं
आसमान हमारा हैं
रस्ता यहीं मंज़िल यहीं
धूप मैं साया हैं
हो हो हो आँखों पे छाया हैं
सब के ज़बान पे हैं पाकिस्तान
पाकिस्तान पाकिस्तान पाकिस्तान
क्या हो ज़िंदगानी अगर हम
ना पाकिस्तानी पाकिस्तानी
धरती हमारी हैं
आसमान हमारा हैं
रस्ता यही मंज़िल यही
धूप मैं साया हैं
हो हो हो आँखों पे छाया हैं
सिंधी पंजाबी बलोची पठान
हाथ मैं हाथ जान से जान
यहाँ तो घैर नहीं
हम साब हैं पाकिस्तानी
तू हैं मेरी मंज़िल
अंधेरे मैं रोशनी
सितारो जैसी यह ज़मीन
चमकती धमकती
धरती हमारी हैं
आसमान हमारा हैं
रस्ता यहीं मंज़िल यहीं
धूप मैं साया हैं
हो हो हो आँखों पे छाया हैं
हो हो हो आँखों पे छाया हैं