O Ajnabi [Sad]
ANU MALIK, DEV KOHLI
ओ अजनबी मेरे अजनबी
ओ अजनबी मेरे अजनबी
ओ अजनबी मेरे अजनबी
ओ अजनबी मेरे अजनबी
ना जाने तुम कहाँ चले गये हो
याद मुझे तुम कितना आ रहे हो
सुनी सी है दिल की गली
ओ अजनबी मेरे अजनबी
तेरे प्यार की निशानिया
बन गयी कहानिया
फिर से मोहब्बत फिर
कैसे मैं प्यार करूँ
फिर से वफ़ा का कैसे
में इकरार करूँ
तेरे प्यार में मैं तो ढली
ओ अजनबी मेरे अजनबी
किस से कहूँ परेशानिया
दिल पे कर जा मेहेरबानिया
पल जो बीते तो लंबी जुदाई हुवी
एक एक पल में तो पराई हुई
आकर मुझे ले जा अभी
ओ अजनबी मेरे अजनबी
ओ अजनबी मेरे अजनबी