Mere Laalna
Ritesh Rajwada
दिन रात रब से मांगू दुआयें
कोई बुराई छूने न पाए
मेरे लालना मेरे लालना
अपनी उमर भी तुझको लगा दू
दुनिया से छिनु तुझपे लूटा दू
मेरे लालना मेरे लालना
तुझे चूमे चूमे जिया जुमे जुमे
आंखे हसी मन भीगे
सारा जग देखा हर पग देखा
कोई तुझसा नहीं रे
आजा बलैया उतार लूँ
आंचल में धर लूँ तुझे
टेढ़ी मेढ़ी राहे तुझको सताएं
कोई रोके ना रुके तू
निंदिया की डोरे अखियों में तोरे
काहे फिर भी चले तू
आ थक गया होगा बावरे
आजा सुला लूँ तुझे
गुमसुम गुमसुम क्यों है बता
मेरे लालना मेरे लालना
दिन रात रब से मांगू दुआयें
कोई बुराई छूने ना पाए
मेरे लालना हाँ मेरे लालना