Jis Nay Bhi Aana Hai, Aik Din Jaana Hai
Zoe Viccaji
जिस ने भी आना है
इक दिन जाना है
काहे का घाम
मेरे हमदम
तुम से मुहब्बत की
और निभाई भी
तेरी क़सम मेरे हमदम
तुम को ही अभी तक चाही
बदल ना पाए
हम दिल की राहें
जिस ने भी आना है
इक दिन जाना है
काहे का घाम
मेरे हमदम
हू हूओ
बारिश की पानी में
यादें भिगोइ हैं
आँखें हैं नम
मेरे हमदम
डोर हो जाने से
कोई डोर जाए ये
होता है कम मेरे हमदम
तुम को ही अभी तक चाही
बदल ना पाए हम
दिल की राहें हू हूओ
जिस ने भी आना है
इक दिन जाना है
काहे का घाम
मेरे हमदम
तुम को ही अभी तक चाही
बदल ना पाए हम दिल की राहें
भूले से भी ना
कभी साथ ना छूटी
ये तुम भी समझ जाओ
मेरे लिए पल दो पल रुक जाओ
किए होये वादों को दुहराव
बीती हुई यादों में लॉआट आओ
यादों में लॉआट आओ
जिस ने भी आना है