Aaja Ve
छोड़ के जाने वाले
छोड़ रहा क्यूँ
इतना बता दे
इतना बता दे
इश्क़ खुदा है तो
फिर हैं जुदा क्यूँ
इतना बता दे
इतना बता दे
राह दिखा दे या रेत बना दे
के ये गम की शाम ढले
आजा वे, आजा वे
ना जा वे, ना जा वे
राह दिखा दे या रेत बना दे
के ये गम की शाम ढले
आजा वे, आजा वे
ना जा वे
आजा वे
हम इश्क दुआ पढ़ते ते थे
राँझा बांके फिरते थे
तूने कितना भी तोडा
हम टूट ते थे जुड़ ते थे
सौंधी सौंधी सी खुस्भु
जब फूल खिला करते थे
चाहे धुप हो या तूफ़ान
हम साथ चला करते थे
पूछना हे ये इ खुदाया
दिल क्यों दुख दिया
जानता था जान हे वो
फिर भी जुड़ा कियाँ
इतना बता दे राह दिखा दे
गम की शाम ढले
आजा वे, आजा वे
ना जा वे ना जा वे
आजा वे
फिरत हैं राम
जतन कर वन वन
कैसे वियोग सहे
कैसे सिया से
अपनी सिया से
रघुवर दूर रहे
फिरत हैं राम
जतन कर वन वन
कैसे वियोग सहे
कैसे सिया से
अपनी सिया से
रघुवर दूर रहे
आजा वे