Khoya Tu Kahaan
वो जो पल रहा है, जल रहा है
आग बन के शोला सा
वो जो बातें थी कहनी, दिल में रहनी
ना कभी भी बोला था
अब तो बोल दे, दर्द क्यू तू पाले
दिल में हो रहे, तेरे ढेरों छाले
चीखें मारे, बड़बड़ाये
खोया तू कहाँ
दुनिया की दीवारों में
खोया तू कहाँ
दुनिया के सवालों में
तू झाँक ले कभी, तेरा मॅन है
मॅन के किसी, कोने में
खोया तू कहाँ
गिनी हुई हैं साँसें, उन्हें दबा के
तरह तरह की बातें सोचे
अभी हरे ज़ख़्म हैं, भरे वो कम हैं
ख़ामाखान क्यू उनको नोचे
खुद को झोंक दे, पागलों के जैसे
सोचें लोग ये, के किया ये कैसे
चिल्ला कर के पूछ खुद से
खोया तू कहाँ
दुनिया की दीवारों में
खोया तू कहाँ
दुनिया के सवालों में
तू झाँक ले कभी, तेरा मॅन है
मॅन के किसी, कोने में
खोया तू कहाँ
अब तो बोल दे, दर्द क्यू तू पाले
दिल में हो रहे, तेरे ढेरों छाले
चीखें मारे, बड़बड़ाये
खोया तू कहाँ
दुनिया की दीवारों में
खोया तू कहाँ
दुनिया के सवालों में
तू झाँक ले कभी, तेरा मॅन है
मॅन के किसी, कोने में
खोया तू कहाँ