Tu Itni Pagli Kyun Hai
एक बात बता ओ ओ ओ
एक बात बता
जब तू मुझको मिलती है
हर बार नयी लगती है
कभी बेहद शरमाती है
कभी बिकुल इतराती है
हर बार यह दिल कहता है
तू बदली बदली क्यू है
एक बात बता दे मुझको
तू इतनी पगली क्यों है
जब तू मुझको मिलता है
दिल कपता है हिलता है
कभी रोकता तू रास्ता है
कभी दूर से ही तकता है
कभी मुझसे तू कहता है
यह आँचल ढालका क्यों है
एक बात बता दे मुझको
तू इतना पागला क्यों है
देखे तू क्यों मूड मुदके
बिखरे लत क्यों उडद उड़के
देखे तू क्यों मूड मुदके
बिखरे लत क्यों उडद उड़के
नैनो से नैनो का नाता
नैनो से नैनो का नाता
टूट था है क्यों जुड़ जुड़के
यह नैन बड़े छानहकाल है
उठाते झुकते हर पल है
जो देखेंगे बस नैना
खोएगा अपना चाइना
कभी यह भी देख मेरा मॅन
यू प्यार से छलका क्यों है
एक बात बता दे मुझको
तू इतना पागला क्यों है
चक दाना चक दाना
दाने उपर दाना
दाने उपर दाना
मोरे आँगन आना
मोरे आँगन आना
चक दाना चक दाना
तन क्यों सं सं हे
पायल में क्यों छन्न छन्न हे
तन क्यों सं सं हे
पायल में क्यों छन्न छन्न हे
मन के सारे द्वारो में क्यों
मन के सारे द्वारो में क्यों
हल्की हल्की झन झन हे
जब जागे अभिलाषा ये
तो मन के तार हिलाएं
तब हाथ की चूड़ी खनके
तब पेअर की पायल छनके
तू क्यों ये समझ न पायी
आयी अंगड़ाई क्यों ये
एक बात बता दे मुझको
तू इतना पागला क्यों है
हे हे हे हे हे हे हे हे हे हे हे हे