Thoda Thahar
थोड़ा ठहर थोड़ा ठहर
देख लूँ में तुम्हे जी भर के ज़रा
वक्त यू ही ना जाए गुज़र
थोड़ा ठहर थोड़ा ठहर
ज़िद करो ना सनम तुमको मेरी कसम
रात के बाद आती सहर
थोड़ा ठहर थोड़ा ठहर
देख लूँ में तुम्हे जी भर के ज़रा
जाना ले ले कहीं ये जुदाई का ग़म
अब न जी पाएँगे बिन तुम्हारे सनम
जाना ले ले कहीं ये जुदाई का ग़म
अब न जी पाएँगे बिन तुम्हारे सनम
फ़ासले है तो क्या प्यार होगा ना कम
साथ छूटे ना ये हमने ली है कसम
ज़िंदगी भर का है ये सफ़र
तोड़ा ठहर तोड़ा ठहर
देख लूँ में तुम्हे जे भर के ज़रा
हो हो हो हो हो हो हो हो
हो हो हो हो हो हो हो हो
अपनी जान से जुदा कोई होता है क्या
दिल में रहती हो तुम धड़कनो की तरहा
अपनी जान से जुदा कोई होता है क्या
दिल में रहती हो तुम धड़कनो की तरहा
तुम से होके जुदा मैं किधर जाउंगी
ऐसे हालत मे रो रोके मर जाउंगी
मान ले बात तू ज़िद ना कर
थोड़ा ठहर थोड़ा ठहर
देख लूँ में तुम्हे जी भर के ज़रा
वक्त यू ही ना जाए गुज़र
तोड़ा ठहर ताओदा ठहर
ज़िद करो ना सनम तुमको मेरी कसम
रात के बाद आती सहर
थोड़ा ठहर थोड़ा ठहर
थोड़ा ठहर थोड़ा ठहर