Jhalli Patakha
हम्म
पगली-पगली पगली-पगली पगली मैं झल्ली
आसमान में उड़ने चली पानी की मछली
दुनिया की फ़िक्र न मुझे है कोई परवाह
अपने दिल की रानी हूँ चाहे जेब की कांगली
अरे हट जा राहों से कट जा
अरे तू मेरे आड़े मत आ रे
मैं झल्ली पटाखा हूँ पटाखा
मैं झल्ली पटाखा हूँ पटाखा
मैं झल्ली पटाखा हूँ पटाखा हूँ पटाखा
मैं झल्ली पटाखा हूँ पटाखा
हे
ते रे र र ते रि रा र रे हु हु आ आ हे ऐ ऐ ऐ ही ही ऊ ऊ रे रे
मुझको क्या पता ख्वाब कैसे होते हैं
हम तोह आज को ही ख्वाब जैसे जीते हैं
इधर उधर घूमूं में मत समझो हूँ तितली
मारुंगी पंजा खूंखार हूँ बिल्ली
सौ सौ पे भारी पडूँ एक इकल्ली
अरे एक इकल्ली
अरे अरे एक इकल्ली
मैं झल्ली पटाखा हूँ पटाखा
मैं झल्ली पटाखा हूँ पटाखा
मैं झल्ली पटाखा हूँ पटाखा हूँ पटाखा
मैं झल्ली पटाखा हूँ पटाखा
ओय
ताक़ धि ताक़ धि ताक़ धि ताक़ धि ताक़ धि
न ना न न ना ना ना ना न न न ऐ ऐ ऐ आ आ (ताक़ धि ताक़ धि)
आवारा हवा हूँ मैं ना हाथ आउंगी
जाऊँगी जहाँ वहाँ सबको झुकाऊँगी
चाहे आयें मुश्किलें मैं तो न डरूँगी
जो भी मेरा मन कहे बस मनन की करुँगी
चुटकी में कर दूंगी धमाका तना टाउन
झल्ली पटाखा हूँ पटाखा आ आ
मैं झल्ली पटाखा हूँ पटाखा
मैं झल्ली पटाखा हूँ पटाखा हूँ पटाखा
मैं झल्ली पटाखा हूँ पटाखा
पटाखा
मैं झल्ली पटाखा
अरे में झल्ली पटाखा हूँ पटाखा हुँ पटाखा
मैं झल्ली पटाखा हूँ पटाखा
समझे ना