Yaar Ka Sataya Hua Hai
Sumit Goswami
ये साज़िश है बूंदों की
कोई ख्वाहिश है चुप चुप सी
ये साज़िश है बूंदों की
कोई ख्वाहिश है चुप चुप सी
देखो ना देखो ना
देखो ना देखो ना
हवा कुछ हौले हौले
जुबां से क्या कुछ बोले
क्यों दूरी है अब दरमियाँ
देखो ना देखो ना (न न न न न न)
देखो ना देखो ना (न न न न न न)