Jogi Mahi
सुनो इक थी काँच की गुड़िया
सुनो इक थी प्यार की पूडिया सदके, उस प्यार के
सुनो इक था पिंड दा शेरा
आया कस के बाँध वो सेहरा सदके, उस यार के
सुनो इक थी काँच की गुड़िया
सुनो इक थी प्यार की पूडिया सदके, उस प्यार के
सुनो इक था पिंड दा शेरा
आया कस के बाँध वो सेहरा सदके, उस यार के
सजी थी डॉली वो, चढ़ा था घोड़ी वो
खोया जाने कहाँ इन्ना सोना प्यार बलिए
जोगी माही, हीर रांझणा,
सब नू जा के मैं यह बोलना,
बात बोल के, राज़ खोलना
जोगी माही, हीर रांझणा,
सब नू जा के मैं यह बोलना,
बात बोल के, राज़ खोलना
दिल थामे हुए, वो था खड़ा, चुप के से यूँ,
दूर बैठे हुए, उमरा गैइयाँ जाने ना तू
दीवाने ने दी जवानी, के हर गम तू भुला दे,
देता ही रहा सदायें, के दिल से तू बुला ले
ओ च्छाद दे वे ज़िद हूँ, च्चजे उत्ते आजा हूँ,
दिल टूटा जनदा सुन प्यार डूलया
जोगी माही, हीर रांझणा,
सब नू जा के मैं यह बोलना,
बात बोल के, राज़ खोलना
जोगी माही, हीर रांझणा,
सब नू जा के मैं यह बोलना,
बात बोल के, राज़ खोलना
ढोलना वे, बोल ना
जिंद मेरी, जिंद मेरी, हूँ ते आजा
जिंद मेरी, जिंद मेरी, हूँ ते आजा
जड़ों दा रूस गया, खुदा भी भूल गया,
जिंदाडी जाँदी है ढोलना
वो, जाने कहाँ, गुम हो गयी, फिर ना मिली
जो फूलों सी थी, रूस ही गयी, फिर ना खिली,
प्यार माँगा था मैने रब्ब से,
वो रहता था यहीं पे, माँगूँ में यही दुआयं, लौट आए वो कहीं से
ओह च्छाद दे वे ज़िद हूँ च्चजे उत्ते आजा हूँ,
दिल टूटा जनदा सुन प्यार डूलया
जोगी माही, हीर रांझणा,
सब नू जा के मैं यह बोलना,
बात बोल के, राज़ खोलना
जोगी माही, हीर रांझणा,
सब नू जा के मैं यह बोलना,
बात बोल के, राज़ खोलना
सुनो इक थी काँच की गुड़िया
सुनो इक थी प्यार की पूडिया सदके, उस प्यार के
सुनो इक था पिंड दा शेरा
आया कस के बाँध वो सेहरा सदके, उस यार के
सजी थी डॉली वो, चढ़ा था घोड़ी वो
खोया जाने कहाँ इन्ना सोना प्यार बलिए
जोगी माही, हीर रांझणा,
सब नू जा के मैं यह बोलना,
बात बोल के, राज़ खोलना
जोगी माही, हीर रांझणा (ढोलना)
सब नू जा के मैं यह बोलना,
बात बोल के, राज़ खोलना (बोलना)
जोगी माही, हीर रांझणा (होये होये होये)
सब नू जा के मैं यह बोलना (होये होये होये)
बात बोल के, राज़ खोलना (ढोलना)(होये होये होये)