Mohabbat Kabhi Maine
ओ जान ए जान यह सच हैं की
में अपनी मोहब्बत का इज़हार
कभी खुल के ना कर सका
मगर मेरी आँखें
हमेशा मेरी दिल की
हालत बताती रही हैं
और तू हैं के मुझसे
बेख़बर आज भी हैं
मेरे दिल की हर धड़कन
सिर्फ़ तेरा नाम लेती हैं
सिर्फ़ तेरा नाम
मोहब्बत कभी
मैने की तो नहीं थी
किसीकि निगाहों से
पी तो नहीं थी
मगर यह अचानक
हुआ क्या हो हो हो
मोहब्बत कभी
मैने की तो नहीं थी
किसीकि निगाहों से
पी तो नहीं थी
मगर यह अचानक
हुआ क्या हो हो हो
तू साँसों में समाए
तू धड़कन को चुराए
कही दीवाना हो जाऊ ना तेरा
तू साँसों में समाए
तू धड़कन को चुराए
कही दीवाना हो जाऊ ना तेरा
पहली नज़र का पहला नशा
दिल में उतरता जाए सनम
शर्माके मुझसे मिलना तेरा
जादू सा करता जाए सनम
यह बेक़ारारी ऐसी खुमारी
पहले कभी तो मुझपे ना हुई
कभी दिल पे यून
बेखुदी तो नहीं थी
किसीसे मुझे
आशिक़ी तो नहीं थी
मगर यह अचानक
हुआ क्या हो हो हो
कितने ही चेहरे देखे मगर
मैने चुना हैं बस एक तुझे
हर पल हो मेरी बाहों में तू
मिल जाए ऐसी किस्मत मुझे
दिल यह पुकारा तेरा नज़ारा
करता ही जाऊं ओ जान ए जान
मुझे पहले इतनी
खुशी तो नहीं थी
यू महकी हुई
ज़िंदगी तो नहीं थी
मगर यह अचानक
हुआ क्या हो हो हो
तू साँसों में समाए
तू धड़कन को चुराए
कही दीवाना हो जाऊ ना तेरा
तू साँसों में समाए
तू धड़कन को चुराए
कही दीवाना हो जाऊ ना तेरा
मोहब्बत कभी
मैने की तो नहीं थी
किसीकि निगाहों से
पी तो नहीं थी
मगर यह अचानक
हुआ क्या हो हो हो