Banaras Ka Paan
ला खिला दे ओ ला खिला दे
ला खिला दे बनारस का पान बाबू
ओ ला खिला दे बनारस का पान बाबू
इसके बदले मैं दे दूंगी जान बाबू
इसके बदले मैं दे दूंगी जान बाबू
ला खिला दे बनारस का पान बाबू
इसके बदले मैं दे दूंगी जान बाबू
इसके बदले मैं दे दूंगी जान बाबू
रंग मैं रंग मैं थोड़ा
रंग मैं थोड़ा महफ़िल को आने तो दे
आग पानी मैं जमकर लगाने तो दे
जमके हंगामा मुझको मचाने तो दे
झूम कर हर कदम लड़खड़ाने तो दे
लाल होठों के होते ही तेरी कसम
एक चुम्मा मैं दे दूँगी तुझको सनम
मुझपे कर दे अगर तू ज़रा सा करम
फिर धमाका जवानी का होगा बलम
तीर तू है
ओ तीर तू है तो मैं हूँ कमान बाबू
इसके बदले मैं दे दूँगी जान बाबू
इसके बदले मैं दे दूँगी जान बाबू
सात रंगों की मेरी जवानी सनम
पावं की सुर्खी पाके निखर जाएगी
गर्म साँसों मैं शोखी उभर जाएगी
सारे आलम मैं खुश्बू बिखर जाएगी
अपने हाथों से पनवा खिलाओ तुझे
रूप की आज दारू पिलाऊँ तुझे
पास आके गले से लगाओ तुझे
ऐसे नाचूंगी की संग मैं नचौ तुझे
तू अनाड़ी है मैं हूँ जवान बाबू
इसके बदले मैं दे दूँगी जान बाबू
इसके बदले मैं दे दूँगी जान बाबू
ला खिला दे बनारस का पान बाबू
इसके बदले मैं दे दूँगी जान बाबू
इसके बदले मैं जान बाबू
इसके बदले मैं दे दूँगी जान बाबू
इसके बदले मैं दे दूँगी जान बाबू