Kavna Badra Ke Atra Mein
Vashisht Sunil Surila
कवने बदरा के अतरा में जाके लुका गईला -2
अखियाँ के झुलुवा त पिया झुला गईला -2
कवने बदरा के अतरा में जाके लुका गईला
बिलखत बिंदिया बा उडल निंदीया बा
घरे आवा ना ई कवन जिदिया बा -2
पियवा कवना शहरिया में जाके लूटा गईला
अखियाँ के झुलुवा त पिया झुला गईला
कवने बदरा के अतरा में जाके लुका गईला
लागी ना मनवा हो रोवे नयनवा हो
बसेला तोहरे में पिया परनवा हो -2
संईया सुनील सुरीला हमके भुला गईल
अखियाँ के झुलुवा त पिया झुला गईला
कवने बदरा के अतरा में जाके लुका गईला