Ye Mat Kehna Ruswa Hum Hain
जब तुम्हारी याद आती है
तो आँसू भी आते है
ज़िंदगी में एक ही चीज़ से
तुमसे मोहब्बत थी हूमें
और तुम ही छ्चोड़ गयी
अब चाँद भी मिल जाए तो क्या खुशी
जब दिल ही च्चालननी हो जाए
तो फिर चाँदनी क्या
बहार क्या रंग क्या और खुश्बू क्या
ये मत कहना रुसवा हम हैं
ये मत कहना रुसवा हम हैं
तेरे चर्चे भी क्या कम हैं
ये मत कहना रुसवा हम हैं
ये मत कहना रुसवा हम हैं
तेरे चर्चे भी क्या कम हैं
ये मत कहना रुसवा हम हैं
महफ़िल अब तो खूब झमेगी
महफ़िल अब तो खूब झमेगी
महफ़िल अब तो खूब झमेगी
महफ़िल अब तो खूब झमेगी
अब मैं हूँ और मेरे घाम है
अब मैं हूँ और मेरे घाम है
तेरे चर्चे भी क्या कम हैं
ये मत कहना रुसवा हम हैं
मेरे आँसू पोच्च रहे हो
मेरे आँसू पोच्च रहे हो
मेरे आँसू पोच्च रहे हो
मेरे आँसू पोच्च रहे हो
तेरी आँखें क्या कम नाम है
तेरी आँखें क्या कम नाम है
तेरे चर्चे भी क्या कम है
ये मत कहना रुसवा हम हैं
ये तो बस एक राइंड ही जाने
ये तो बस एक राइंड ही जाने
ये तो बस एक राइंड ही जाने
ये तो बस एक राइंड ही जाने
कितनी गहरे तेरे ज़ख़्म है
कितनी गहरे तेरे ज़ख़्म है
तेरे चर्चे भी क्या कम है
ये मत कहना रुसवा हम हैं
तेरे चर्चे भी क्या कम है
ये मत कहना रुसवा हम हैं