Kitni Chahat Chupaye Baitha

D. S. Azad

कितनी चाहत छुपाए बैठा हूँ
ये ना सोचो कि मुझको प्यार नहीं
कितनी चाहत छुपाए बैठा हूँ
ये ना सोचो कि मुझको प्यार नहीं
तुम जो आये हो मेरी दुनिया में
अब किसी का भी इंतज़ार नहीं
सारी दुनिया भुलाये बैठी हूँ
ये ना सोचो कि मुझको प्यार नहीं
तुम जो आये हो मेरी दुनिया में
अब किसी का भी इंतज़ार नहीं
कितनी चाहत छुपाए बैठा हूँ
ये ना सोचो कि मुझको प्यार नहीं

शोख़ धड़कन की जवानी तुम हो
अब तो साँसों की रवानी तुम हो
जो लिखी है मेरे ख्यालों ने
खूबसूरत वो कहानी तुम हो
मैं भी सपने सजाये बैठी हु
ये ना कहना के बेक़रार नहीं
कितनी चाहत छुपाए बैठा हूँ
ये ना सोचो कि मुझको प्यार नहीं
तुम जो आये हो मेरी दुनिया में
अब किसी का भी इंतज़ार नहीं
कितनी चाहत छुपाए बैठा हूँ
ये ना सोचो कि मुझको प्यार नहीं

Curiosidades sobre la música Kitni Chahat Chupaye Baitha del Sadhana Sargam

¿Quién compuso la canción “Kitni Chahat Chupaye Baitha” de Sadhana Sargam?
La canción “Kitni Chahat Chupaye Baitha” de Sadhana Sargam fue compuesta por D. S. Azad.

Músicas más populares de Sadhana Sargam

Otros artistas de World music