Sitamghar - Chutki Version
Ah!
(It's RJ)
छोड़ गया मेरा हाथ थाम के
छोड़ गया सब कुछ वो जान के
झूठे वादे दो जहां के
छोड़ गया मुझे रब भी मान के
सारा ज़माना मुझको ज्ञान दे
सारा ज़माना मुझपे ध्यान दे
हम उसके होते अय़ान थे
सारा ज़माना ये बयान दे
दिल में छुपा रखा है...
तुझको मैंने आज भी
बदल गई क्युं है तेरी...
बातों की सादगी?
नाराज़गी ख़तम कर
इतना ना तू सितम कर
बन्ना ना तू सितमग़र
थोड़ा चुटकी पे रैहैम कर
नाराज़गी ख़तम कर
इतना ना तू सितम कर
बन्ना ना तू सितमग़र
थोड़ा चुटकी पे रैहैम कर
(रैहैम कर, रैहैम कर...)
(It's RJ)
मां के लड्डू रक्खे हैं...
तेरे लिए मेरे भीम
मैंने ना एक भी चक्खे हैं...
तेरे लिए मेरे भीम
मां के लड्डू रक्खे हैं...
तेरे लिए मेरे भीम
मैंने ना एक भी चक्खे हैं...
तेरे लिए मेरे भीम
अच्छी नहीं दुनिया में...
कोई भी मोहताजगी
बदल गई क्युं है तेरी...
बातों की सादगी?
नाराज़गी ख़तम कर
इतना ना तू सितम कर
बन्ना ना तू सितमग़र
थोड़ा चुटकी पे रैहैम कर
नाराज़गी ख़तम कर
इतना ना तू सितम कर
बन्ना ना तू सितमग़र
थोड़ा चुटकी पे रैहैम कर
(It's RJ)
(Ah!)
यार मेरा, अब प्यार मेरा
इंतज़ार तेरा दिल कर रहा
ऐतबार तेरा, इज़हार तेरा
अब याद मेरा दिल कर रहा
चल ठीक है ये तो सदियों से...
दस्तूर है
पर इसमें मेरे इश्क़ का...
ना कुसूर है
जिनको ना समझ में आया जाके...
देखो तुम 'POGO'
क़िस्सा मेरा और भीम का तो...
बच्चों में मशहूर है
ग़ुरूर है इंदु को खुद पे...
की ले गई वो तुझको
पर सच कहूं तो कोई भी...
शिक़्वा नहीं है मुझको
मां ने हैं लड्डू भेजें भीम...
तेरे और उसके लिए
कुछ खा लेना तुम खुद और कुछ...
खिला देना तुम उसको
याद आता है तेरा साथ
ऐसी थी कुछ तेरी बात
ज़ख़्मी हो गए मेरे जज़्बात
चलती हूं अब हो गई रात
RJ लिख़ता नही है ख़ास
पर तगड़े होते उसके अल्फाज़
तेरी याद आए मेरे जांबाज़
अब आ भी जा ना मेरे पास