Sab Arusan Ke Naam Ke Dhari Tarkash Mein Teer
K. S. Chithra, S. P. Balasubrahmanyam
सब असुरन के नाम के धरी तरकश मे तीर
नई दिशा मे पग धरो कर्म वीर रघुवीर
जिस कारण आये उस कारज श्री रघुवीर चले
मही निष्कंटक करन हरन
मही निष्कंटक करन हरन (मही निष्कंटक करन हरन)
मुनि जन के तीर चले(मुनि जन के तीर चले)
जिस कारण आये उस कारज (जिस कारण आये उस कारज)
(श्री रघुवीर चले (श्री रघुवीर चले)