Andaaz Behekne Lagte Hain
ज़ुबान खामोश होती हैं
नज़र से काम होता हैं
इसी माहॉल का शायद
मोहब्बत नाम होता हैं
अंदाज़ बहेकने लगते हैं
बातों में शरारत होती हैं
अंदाज़ बहेकने लगते हैं
बातों में शरारत होती हैं
आँखों से पत्ता चल जाता हैं
जिस दिल में मोहब्बत होती हैं
अंदाज़ बहेकने लगते हैं
बातों में शरारत होती हैं
जब उनसे कहा की तसऊूर में
दिल आपको सजदे करता हैं
जब उनसे कहा की तसऊूर में
दिल आपको सजदे करता हैं
वो कहने लगे तुम करते रहे
इक ख़ास इबादत होती हैं
अंदाज़ बहेकने लगते हैं
बातों में शरारत होती हैं
आँखों से पत्ता चल जाता हैं
जिस दिल में मोहब्बत होती हैं
अंदाज़ बहकने लगते हैं
बातों में शरारत होती हैं
दिल तोड़ते हैं फिर जोड़ते हैं
रुलवाते हूमें बहलाते हैं
दिल तोड़ते हैं फिर जोड़ते हैं
रुलवाते हूमें बहलाते हैं
ये राज़ खुला दिलवालो में
तड़पाने की आदत होती हैं
अंदाज़ बहेकने लगते हैं
बातों में शरारत होती हैं
आँखों से पत्ता चल जाता हैं
जिस दिल में मोहब्बत होती हैं
अंदाज़ बहेकने लगते हैं
बातों में शरारत होती हैं
क्यूँ जुटा वाडा करते हो
जब मैने कहा तो कहने लगे
क्यूँ जुटा वाडा करते हो
जब मैने कहा तो कहने लगे
नादान हो तुम बातो पे मेरी
कुच्छ देर तो राहत होती हैं
अंदाज़ बहेकने लगते हैं
बातों में शरारत होती हैं
आँखों से पत्ता चल जाता हैं
जिस दिल में मोहब्बत होती हैं
अंदाज़ बहेकने लगते हैं
बातों में शरारत होती हैं
बातों में शरारत होती हैं
बातों में शरारत होती हैं